- मणिपाल हॉस्पिटल्स ने पूर्वी भारत का पहला एआई-संचालित इंजेक्टेबल वायरलेस पेसमेकर सफलतापूर्वक स्थापित किया
- Manipal Hospitals successfully performs Eastern India’s first AI-powered injectable wireless pacemaker insertion
- Woxsen University Becomes India’s First Institution to Achieve FIFA Quality Pro Certification for RACE Football Field
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने यू – जीनियस राष्ट्रीय प्रश्नोत्तरी फिनाले में प्रतिभाशाली युवाओं का किया सम्मान
- Union Bank of India Celebrates Bright Young Minds at U-Genius National Quiz Finale
‘काश मेरे पास कंटेंट बनाने की क्षमता और पावर होती’: संगीता घोष
स्टारप्लस की नई पेशकश ‘दिव्य दृष्टि’ पहले भी अपने बेहतरीन कंटेंट और दिलकश कलाकारों के साथ पहले ही दर्शकों को टेलीविजन स्क्रीन से बांध रखा है। ‘दिव्य दृष्टि’ दो बहनों की कहानी है, जिन्हें सुपरपावर्स मिली हुई है।
जहां दृष्टि में उसे देखने की क्षमता है वहीं दिव्या में उसे बदलने की। बोल्ड और खूबसूरत संगीता घोष इस शो में खलनायिका पिशाचनी की भूमिका निभा रही हैं, जहां वह अपनी सुपरनैचुरल शक्तियों का प्रयोग इस शो की नायिकाओं के खिलाफ करती है।
लंबे समय तक और कंटेंट से चलने वाले शोज ‘देश में निकला होगा चांद’ और ‘विरासत’ जैसे कुछ शोज हैं, जिनमें काम करने के बाद, जब उनसे पूछा गया कि एक कोई सुपरपावर्स उन्हें वास्तविक जीवन में मिले तो वह क्या होगा, संगीता कहती हैं, ‘’काश मेरे पास कंटेंट बनाने की क्षमता और शक्तियां होतीं।
मैं एक उत्सुक रीडर हूं और जब भी समय मिलता है मैं पढ़ती रहती हूं, चाहे सेट पर हों, शॉट्स के बीच हों, यात्रा करने के दौरान, क्योंकि मुझे लगता है कि पढ़ने से किसी का दायरा बढ़ता है और सारी चीजों पर अलग दृष्टिकोण देता है। यह आपको सारी चीजों पर और हर चीज पर अत्यधिक जानकारी देते हैं। यही वजह है कि मैं ऐसा कंटेंट बनाना चाहती हूं जोकि मैं सही मायने में पढ़ती हूं।
यह देखकर बहुत अच्छा लगता है कि एक्टर्स क्या और किस तरह सोचते हैं, कि यदि उन्हें वास्तविक जीवन में सुपरपावर्स मिल जाये तो क्या करेंगे?